सोमवार, 6 अगस्त 2012

HAPPY FRIENDSHIP DAY !!! मित्रता दिवस !!!


 

आज मित्रता दिवस है, एक ऐसा विशेष दिन जब लोग अपने मित्रों के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं। यह दिन हमें अपने पुराने मित्रताओं को और भी मजबूत करने और नए मित्र बनाने का अवसर प्रदान करता है। मित्रता, एक ऐसा बंधन है जिसे ईश्वर नहीं बनाता, बल्कि हम स्वयं चुनते और बनाते हैं। यह एक ऐसा संबंध है जिसमें व्यक्तित्व और भावनाओं की गहरी समझ होती है।

 

मित्रता का वास्तविक अर्थ उन बेलों से लिया जा सकता है जो अकेले तो कुछ खास नहीं कर पातीं, लेकिन एक-दूसरे का सहारा लेकर ऊंचाइयों तक पहुंच जाती हैं। हमें अपने मित्रों को आईने के समान समझना चाहिए, जिनकी खुशी में हमें अपनी खुशी और उनके दुःख में अपना दुःख दिखाई दे।

 आज के इस स्वार्थी युग में, जहां शुद्धता का नितांत अभाव है, मित्रता की परिभाषा भी बदल गई है। आज मित्रता को सीधे-सीधे अवसरवादिता से जोड़ा जाता है। यदि कोई आपके काम आ सकता है, तो वह आपका मित्र बन जाता है, अन्यथा उसके व्यक्तित्व और भावनाओं का आपके लिए कोई महत्व नहीं रह जाता। यह स्थिति आज के समाज की एक कड़वी सच्चाई है।

 मित्रता केवल एक रिश्ता नहीं है, यह एक सजीव भावना है जो दिलों को जोड़ती है। यह एक ऐसा बंधन है जो समय के साथ मजबूत होता जाता है। हमारे जीवन में मित्रता का महत्व अनमोल है। सच्ची मित्रता जीवन के हर मोड़ पर हमें सहारा देती है और हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।

 आधुनिक युग में, जहां लोग व्यस्तता और स्वार्थ में उलझे हुए हैं, सच्ची मित्रता का महत्व और भी बढ़ जाता है। सच्चे मित्र वही होते हैं जो हमारे सुख-दुःख में हमारे साथ खड़े रहते हैं, हमें बिना किसी स्वार्थ के समर्थन देते हैं।

 मित्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपने मित्रों के प्रति आभारी होना चाहिए और उनकी कीमत समझनी चाहिए। सच्चे मित्र जीवन की वह धरोहर हैं, जिन्हें संजोकर रखना चाहिए और उनके साथ बिताए हर पल को खुशी और आनंद से भर देना चाहिए।

 मैं नहीं मानता कि मित्रता इतना आसान बंधन है जो कुछ मुलाकातों या व्यावसायिक समझौतों के आधार पर बन या बिगड़ जाए। यह मित्रता नहीं, छलावा मात्र है, जिसे हमने फ्रेंडशिप का मुखौटा दे रखा है।

 मित्रता एक बहुत ही प्यारी जिम्मेदारी है, जिसे निभाने का सुख एक अलग ही आनंद देता है। मेरे लिए, मित्रता मातृ-पितृ संबंध के बाद बंधुता के समानांतर सबसे बड़ा रिश्ता है। इसके साथ वफ़ादारी निभाना जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि हो सकती है। मैं मित्रता की जिम्मेदारियों को समझता हूं और जानता हूं कि मेरी सीमाएं क्या हैं।

 इसी कारण मैं ज्यादा मित्र नहीं बनाता, क्योंकि अवसरवादिता में मेरा विश्वास नहीं है और मेरा व्यक्तित्व बहुत ही भावनात्मक है। जो भी मेरे थोड़े से मित्र हैं, वे मेरे लिए बहुत खास हैं। मैंने अपनी सीमाओं में रहते हुए हमेशा उनसे निभाने की कोशिश की है। यद्यपि कुछ ने मेरे साथ बेवफाई भी की, लेकिन क्योंकि मित्रता मैंने की थी, उनकी बेवफाई को माफ कर मैं निभा रहा हूं।

 मुझे अपने मित्रों से और कुछ नहीं चाहिए, बस यह उम्मीद है कि वे कभी धोखा न दें।

 

 इस मित्रता दिवस पर, हमें अपनी मित्रताओं को और भी मजबूत करने का संकल्प लेना चाहिए और अपने मित्रों के साथ अपने रिश्तों को और भी गहरा और मधुर बनाना चाहिए। यही सच्ची मित्रता का संदेश है।

 "मां श्यामा माई से हमारी प्रार्थना है कि हमारी दोस्ती को बरकरार रखना और इसे और पुष्पित-पल्लवित करना ताकि यह एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत कर सके।"

 

  “True friendship is like sound health; the value of it is seldom known until it be lost”

HAPPY FRIENDSHIP DAY !!!

(PRANAW JHA - 05-08-2012