मंगलवार, 15 सितंबर 2020

नया मोटर वाहन कानून (New Motor Vehicle Act 2019)

 


जग्गू जी बता रहे थे, नया मोटर वाहन कानून है आया

हुल्लरों मे डर, और जन-जन में नई चेतना है लाया


 

पीयूसी केंद्र के बाहर, वाहन की लंबी कतार नजर आया

एक दूजे से सब पूछ रहे थे, इतने दिन कहां थे भाया,


 

जग्गू जी भी घर से निकले, पहन के हेलमेट अबकी बार

खड़े हो सलामी दे रहे सब, कोई न करता सिग्नल पार


 
डुग्गू जी जब भगा रहे थे, आरी तिरछी हौंडा कार

लगा जुर्माना, कटा चालान, बोले हाय यह कैसी सरकार!

 


अब छुटकू जो कार चलाया, मम्मी पापा जाएंगे जेल

एंबुलेंस का रास्ता रोकने वाले भी होंगे डिटेन


 
दारू पीकर गाड़ी चलाने वाले की तब उतरेगी

चालान की राशि वाहन की कीमत तक जब पहुंचेगी


 
हालांकि चालान की राशि हुई बड़ी और अकान

नहीं फिर भी कुछ कीमत इसकी, जितनी कीमती अपनी जान


 

यातायात नियम पालन की, ली है हमने मन में ठान

नियमों का पालन करने पर नहीं कटेगा कोई चलान


1.   हेलमेट से है...चालान और जान दोनों सुरक्षित


2.   ट्रेफिक नियम का जो रखे ध्यान


    आओ करें उनका सम्मान


 - 28 सितंबर 2019

बुधवार, 3 जून 2020

भगवान हमरा गरीब किए बनेलौं ! (मैथिली खिस्सा)



एकटा गाम मे दू टा ब्राह्मण रहई छलाह; दुखमुख झा आ सुखमुख झा। दुनू दियाद छलाह मुदा एकटा गरीब त दोसार सुखी सम्पन्न। गरीब ब्राह्मण अपन सुखी-सम्पन्न दियाद के देख के सदिखन जरइत रहई छलाह आ भगवान के कोसइत रहई छलाह जे “हे भगवान हमरा गरीब किएक बनेलौं आ एकरा एत्तेक धन-संपईत देलियइ !” 
एकदिन भगवान हुनकर बात सुनि लेलखिन आ सम्पन्न ब्राह्मण के संपईत पर बज्र खसा देलखिन। आब दुनू दियाद गरीब भ गेल छलाह। बराबर के औकात बला। भगवान दुनू के दस टा पठरू(बकरी के बच्चा) द क दुखमुख झा से कहलखिन जे देखह आब हम तोहर गोहार मानि लेलीयह आ आब तोहर दियादो गरीब भ गेल छथुन। हम दुनू के 10-10 टा पठरू द रहल छिय जीवन यापन लेल। एकदम बराबर-बराबर। तखन आब हमरा से फेर शिकायत नई करिह जे हम देब मे दूनैति केलहु अछि। 

सम्पन्न ब्राह्मण जे आब गरीब भ गेल छल बहुत दुखी भेल। मुदा नियति मानि के भगवान के देल 10 टा पठरू ल क सोचय लागल जे आब आगा की कैल जाय। ओ 10 टा मे से 2 टा पठरू दू हजार रुपे के भाव से बेच देलक ओय से जे पाई भेटल ओकरा से परिवार के न्यूनतम जरूरत पूरा करय के प्रयत्न करय लागल आ आठ टा पठरू के पोसय लागल। ओकर धिया-पूता जे प्राइवेट स्कूल मे पढ़ई छल तकर नाम कटि गेलई मुदा ओ धियापुता के पढ़ेनाई नै छोड़ौलक अपितु सरकारी स्कूल मे ओकरा सब के नाम लिखा पढ़ेनाई चालू राखलक।
एमहर गरीब ब्राह्मण मनोरथ पूर्ण भेलो पर (दियाद्क संपईत खाक भ जाय के) खुश नै छल। ओ भगवान के फेर कोसय लगलाह: “ईह! भगवानों बड्ड घाघ छईथ ओकर संपईत पर बज्र भले खसा देलाह मुदा हमरा धनिक बनेनाइ नै भेलइन। देबहे के छलइन त ई नै जे सोना-असर्फी दितथिन, देलाह की त 10 टा पठरू। बुझु त, एकर हम की करब! हुंह।“

लाल बौआ त पठरू पोसता, किए ने अपनो सब पोसी ब्राह्मण के कनियाँ बजली।
“धुर जाउ ओ त पतीत अछि, किछु क सकई ये, ब्राह्मण भ क कहीं छगर-पाठी पोसी! राम राम राम”
अस्तु, ई विप्र सभटा पाठा दू हजार टाका के दर से बीस हजार टाका मे बेच देलाह, आ ओई पाई से किछ दिन छहर-महर केलाह। 

किछु मास बितला पर बाजार मे खस्सी के मांग बढ़ल, रेट चढ़ल। सुखमुख झा के पाठा सब बढि के दनदना रहल छल। ओ आठो खस्सी के दस हजार के भाव से अस्सी हजार टाका मे बेचलाह। आब हिनका लग किछु पाई आबि गेल छल। मुदा ओ ई पाई मे से चालीस हजार टाका के चालीस टा पठरू कीनि लेलाह। दस हजार टाका खर्च क के पठरू सब के राखs लेल एकटा ढंगक बथान बनेलाह। दस हजार टाका बकरी-पालन के लेल भविष्य मे होबय बला खर्च लेल राखलाह। आ बचल बीस हजार टाका घरक आवश्यक खर्च लेल राखलाह।
ई देख पहिल विप्र के कनियाँ के सेहनता भेलइन जे एह अपनो सब एहिना करितौ! 

विप्र बजला जे भगवान एहन अवसरो दितथीन तखने ने। खाय लेल त आब पाई ने भ रहल अछि। कहुना पूजा-पाठ आ भोज-भात के बले जिनगी घिचा रहल अछि। छोड़ू ई सब बात। मुदा हुनकर कनिया भगवान के नेहउरा केलीह त भगवान प्रसन्न भ क एक बेर फेर ओकरा 10 टा पठरू देलखिन। 

दुखमुख झा ऐ बेर मोन मारि ओकरा सबके पोसय लगलाह। मुदा हुनका घर मे सब आलसी लोक। आ माल-जाल पोसय मे त पचीस तरहक झंझट रहिते छैक। जा समय से घास-पात दाना-पानी नै हेतई ता माल-जाल कोना के पोसेतई! पठरू सब के देख-रेख मे दिक्कत होबय लागल आ एकरे ल क छोट-छोट बात पर घर मे महाभारत सेहो होबय लागल। एक दिन विप्र खौझा के बजलाह जे “हम पहिनेहे कहने रही जे ई सब अधलाह काज कहीं ब्राह्मण करई! जहिया से ई छगर-पाठी पोसय के काज शुरू भेल घर मे अशांति आ कलह आबि गेल अछि। आब बहुत भ गेल। बेस आब हम एकरा सब के उपटाए देब।“ बस विप्र दसू पाठा के चालीस हजार टाका मे बेच एलखिन। आ जे टाका भेटल तै से फेर परिवार चलाब लगलखिन। 


एमहर सीजन आबई तक सुखमुख झा के खस्सी सब पईघ आ खूब गुदगर भ गेल छल, यद्यपि हुनकर दू टा पठरू बीमार भ के खराब भ गेल छल। समय एला पर ओ चारि लाख टाका मे एकर सौदा केलाह। ऐ बेर सुखमुख झा सवा लाख टाका खर्च क के सौ टा पाठा आ चारि टा बकरी किनला। पचास हजार टाका खर्च क के दू टा आरो बथान बनेला आ काज मे सहयोग के लेल दू टा छौरा काज पर राखि लेलाह। एक लाख टाका छौरा सब के दरमाहा आ छागर-पाठी के पोसय मे भविष्य मे आबय बला खर्च के लेल राखि लेलखिन। पचीस हजार टाका से कनियाँ लेल किछ गहना किनला आ धिया-पूता लेल नव कपड़ा। बाँकि के डेढ़ लाख परिवार के खर्च आ बेर-कुबेर के लेल उपयोग केलाह। ओ एखनो आपण धिया-पूता के पढ़ाई चालू रखने छलाह।

एहिना समय बीतय लागल। ऐ बेर छौरा सब के लापरवाही आ प्रतिकूल मौसम के कारण  सुखमुख झा के दस टा पाठा खराब भ गेल छलई। मुदा तखनो सुखमुख झा ऐ साल नौ लाख टाका के कारोबार केलाह आ तीन सीजन से बकरी पालन करैत-करैत अपन अनुभव से ऐ काज के लेल बहुत किछ कौशल सीखि नेने छलाह। आब छौरो सब के ठीक-ठाक ट्रेन क रहल छलाह। ऐ बेरक टर्न ओवर मे से ओ चारि लाख टाका बिजनेस कैपिटल के मद मे द देने छलखिन आ पाँच लाख टाका परिवार के मद मे। अपन घर के ठीक ठाक करेलाह। रंग-ढ़ोर करेलाह। धियापुता के सोनपुर मेला आ काबर झील सेहो घूमेलखिन। ऐ तरहे सुख एकबेर फेर सुखमुख झा के दुआरि पर घूरि आयल छल। 

किछुए साल मे सुखमुख झा फेर से सुखी-सम्पन्न भ गेल छलाह। आब हुनका लग बड़का टा बकरी फार्म छल जै मे कईएक टा लोक नौकरी क रहल छल। फेर से नीक घर, गाड़ी सब भ गेलइन।

एमहर दुखमुख झा के एखानो गरीबी घेरने छलइन। धिया-पूता के सेहो ईस्कूल छोड़ा के अपना संगे जजमानी करय आ भोज खाय मे लगेने छलाह। अपने आ की बच्चे सब के कमसेकम ढंग से संस्कृत आ कर्म-कांड सब आबितईन तखन ने यजमानियों ढंग से चलतइन, आ नै कहियो एकरा खातिर प्रयास केलाह, नै धिये-पूता के निक शिक्षा देलखिन। कहुना दिन काटि रहल छलाह, आ पुनश्च पुनश्च भगवान के कोसै छलाह जे “भगवान हमरा गरीब किए बनेलौं !”  

शनिवार, 18 अप्रैल 2020

मरबठट्ठी (मैथिली लघुकथा)


रामवृक्ष दिल्ली के एकटा अपार्टमेंट मे गार्ड के काज करई छलय। पीएफ काटि के 10 हजार टाका महिना दरमाहा आ साहेब सब के टहल टिकोरा केने किछ उपरका आमदनी सेहो भ जाय। पढ़ाई त कोनो विशेष केने नई छल, कहुना घीच-तीर के मैट्रिक पास छल। छोटछिन खेत के 4-5 टा खेतक टुकड़ी मे बाबू संगे खेती-बाड़ी करई छल पलिवार के निर्वाह लेल मुदा ओ एकटा ढंग के जीवनयापन लेल बहुत सीमित छल। स्वाइत विवाह के बाद माय ठेल-ठालि के दिल्ली कमाय लेल भेज देने छलखिन। 

पाछा भगवती के आशीष से दु टा धिया-पूता भेलइन त माय कनिया आ बच्चा के सेहो बलजोरी दिल्ली पठा देलिह ई कहि के जे बौआ तू त पढले नई, हम चाहई छी जे कमसेकम पोता-पोती पढ़ि-लिखि के मनुक्ख बनि जाय। 

जै अपार्टमेंट मे रामवृक्ष काज करई छलाह ओहि मे मनमोहन बाबू रहई छलखिन जे एकटा नामी निजी स्कूल के इस्टेट मैनेजर छलाह। बड्ड सहृदय व्यक्ति छलाह आ अपार्टमेंट के सभ छोट-पैघ लोक सभ से हालचाल लईत रहई छलाह। वैह रामवृक्ष के बेटा -बेटी के आरटीई के तहत ईडबल्यूएस कोटा से अपने स्कूल मे नाम लिखवा देने छलाह। दुनु बच्चो पढ़ाई मे बेस होसगर छल। 

पूरा परिवार के आश आब नव पीढ़ी पर छल। परिवार के दिन ठीक-ठाक कटि रहल छल मुदा पोंरका साल जे बाढि के बाद गाँव मे हैजा पसरल छल तै मे रामवृक्ष के बाबू सेहो काल के ग्रास बनी गेल छलाह। बेचारे एक्कहि टा मनोरथ नेने मरला जे पोता के उपनयन भ जैतई। अकसरहे बुरहि से ओ यैह चर्च करैत छलाह। 

श्राद्ध-कर्म के बाद रामवृक्ष एकसर माय के सेहो अपना संगे शहर ल एलाह, आब एकसर गाम पर ककरा भरोसे छोरितथीन! बूरही के आब एक्काहि टा भूकनी रहई छल जे बौआ रे बुरहा त मनोरथ नेनेहे चलि गेलाह, आब एबरि पोता के उपनयन देखा दे, जे मुईला के बाद आत्मा के शांति भेंटत। अस्तु रामवृक्ष एबरि लगन मे बेटा के उपनयन निश्चित केने छलाह। धियापुता के परीक्षा भ गेल छल तै होलिए मे सपरिवार गाम आयल छलाह किएकि उपनयन के लेल कतेको इंतजाम करय के रहई छैक। अपने फेर वापस आबई के छलई मुदा किछ कारण से देरी भ गेलई आ एही बीच देश मे कोविड19 नामक महामारी पसरि गेल छल। जै के बाद समुच्चा देश तालाबंदी मे चलि गेल छल। बड्ड असमंजस के स्थिति ठाढ़ भ गेल छल रामवृक्ष लग। एहेन स्थिति मे सर-कुटुम, भोज-भात, गाम-समाज सभ के जुटानी मुश्किल भ गेल छल। उपनयन कैंसिल केनाइए विकल्प बुझना जाय छल। मुदा घर मे माय घियौना पसारि देलि जे जेनाहि होय मुदा एबरि पोता के उपनयन हेबा के चाहि, तोरा हमरे शप्पत, मुइल बाबू के शप्पत। अस्तु रामवृक्ष के माय के जिद्द मानहे पड़ल। 

आई मरबठट्ठी छैक। आंगनक स्त्री आ अगल-बगल के स्त्रीगन मिलि विधि पूरा क लेलिह। आब अपने रामवृक्ष बालसखा चंद्रमोहन आ ठिठरा संगे मड़बा बांधि रहल छईथ, आ हकार पुरनिहार के नाम पर दू लग्गा दूर कुर्सी पर बैसल छईथ गामक सम्मानित गिरहथ मदन भैया।
एमहर रामवृक्षsक बेटा के मड़बा बंधा रहल छैक आ ओमहर तालाबंदी के मध्य गाम मे ई कुचर्चा शुरू भ गेल छैक जे खर्चा आ भोज-भात से बचय खातिर रामवृक्षा अपन बेटा के उपनयन ई तालाबंदी के बीच क रहल छैक। 

इति।

बुधवार, 1 अप्रैल 2020

द बैटल ऑफ टू स्पीसीज़

मानव प्रजाति कईएक सौ साल से पृथ्वी पर राज क रहल छल। ऐ बीच मे कतेको बेर कतेक आन प्रजाति सभ से एकर युद्ध भेल आ हरेक बेर ई एहन बैटल सभ जितैत आबि रहल छल, यद्यापि कईएक टा युद्ध मे एकरा बहुत बेसी क्षति सेहो भेल छल। ऐ बेर फेर धरती पर एकटा महायुद्ध शुरू भेल दू टा श्रेष्ठ स्पीसीज़ मे - एकटा हजारो साल से पृथ्वी पर राज करई बला स्थूलकाय स्तनधारी प्राणी त दोसर हाले-फिलहाल अस्तित्व मे आयल एकटा आरएनए विषाणु !

यूरोप के कोनो कोन मे एकटा आईसीयू वार्ड के भीतर एकटा काकेशियन शरीर के भीतर फेफड़ा के एकटा भाग मे भयानक गति से तबाही मचबइत आरएनए विषाणु के एकटा पूरा बटालिय के ओकर कमांड सेंटर से किछ कोडेड संदेश आबि रहल छल:

" की स्थिति छै?"

 "समुच्चा फेफड़ा पर हमर सबहक कब्जा भ चुकल अछि, हम सभ द्रुत गति से आगा बढि रहल छी। " फेफड़ा मे मौजूद सूक्षम पार्टिकल के एकटा समूह दिस स कोडेड समाद कहीं दूर कमांड सेंटर मे पहुचल ।

फेफड़ा मे अखनों किछ हलचल बाँकि छलई। बाहर कतौ से बार बार ऑक्सीज़न पंप कैल जा रहल छल। फेफड़ा मे बुलबुल्ला सनके अलवोली आब पचकल-फूटल फुक्का सन भ गेल छल जैपर चरहल करोड़ो आरएनए विषाणु एक एक क के सभटा कोशिका के मारि रहल छल।

देहsक चौकीदार लिम्फोसाइट्स, कॉम्प्लीमेंट फैक्टर , इम्युनोग्लोबुलिन सब एक एक क के शहीद भ रहल छल । हुनका सभके ई नव प्रकार के दुश्मन से लड़ के तरकीब आ ट्रेनिंग एखन धरि नै भेंटल छल, नै यैह पता लागि सकल छल जे ई नव प्रकार के दुश्मन कै प्रकार के हथियार से लैश अछि आ एकर कमजोरी की छैक।

एहि बीच आरएनए कमांड सेंटर से एकबेर फेर संदेश प्रसारित भेल जे सभटा आरएनए विषाणु मे एकसमान रूप से पहुंचल :
"गुड जॉब! अहाँ सब बड्ड निक जेका काज क रहल छी। मुदा ई कहु जे किछ पार्टिकल आन शरीर मे पहुंचेलहु य कि नै एखन धरि?"
"जी सरकार। ओना आब ई काज कनी मुश्किल भ रहल अछि। ई सभ मास्क, दस्ताना आ एकटा विशिष्ट सूट
पहिरी के रहय अछि आ बेसी लगो नै अबई य। मुदा तइयो फेफड़ा मे एकटा पाइप घुसबै काल एकटा के शरीर मे किछु सैनिक भेज देलियइ य।"

"वाह! ई त बड़का खबर कहल। बुझई छहक ओकरा डॉक्टर कहल जाई छैक। एकटा डॉक्टर बुजहक जे अपना सभ के खिलाफ लड़ई बला एकटा मानव सेना के बराबर छैक। तै एकटा डॉक्टर मे जेनाइ मतलब भेल जे एकटा सेना के खत्म केनाइ। ओना अहाँ सभ लेल कमांड सेंटर से सेहो एकटा खुशखबरी देबाक छल। अपने सब आ दुनियाँ के हरेक कोन मे पहुँच गेल छी आ तेजी से पसरि रहल छी। एत्त तक कि कोनो जमाना मे दुनिया के हर कोना पर राज करई बला ब्रिटेन के लीडर सभ सेहो अपना सबहक कब्जा  मे आबि गेल अछि। "

"ऐ बेर विषाणु प्रजाति के जीत निश्चित छैक। आन आन विषाणु, जीवाणु सभ के सेहो संग लै के बात चलि रहल अछि। ओहो सभ मौसम आनुकूल होइते संग देबय के गछलक अछि। "

फेफड़ा के विषाणु से सामूहिक संदेश आरएनए कमांड मे जाय अछि:

"कमांडर जी कि लगई य, एखन धरि अपना सब मनुष्य से कोना जीत रहल छी? एतेक ताकतवर स्पीसीज़ कत कमजोर परि रहल अछि? "

"हजारो-लाख शरीर आ ओकर मस्तिष्क से प्रात डाटा के आधार पर पता चलल अछि जे एकर साबहक सभस पईघ कमजोरी ई छैक जे एकर सबहक दिमाग एक जेका नै चलई छैक। ई सब एक जेका व्यवहार नै करई अछि। एकर लोक सब एकर साबहक कमांड सेंटर के नियंत्रण मे नै छैक। एकर सबहक कमांड सेंटर के अपना साबहक किछु कमजोरी पता लागि गेल छैक, जेना अपने सब कोशिका के बाहर बेसी काल जीवित नै रहि पबई छी, जीवित रह लेल अपने सब के कोनो बॉडी चाहि। स्वाइत ई सब आपस मे बॉडी कंटेक्ट से बच लागल अछि। सरफेस/हाथ से हमरा सब के हटाब लेल साबुन/केमिकल/द्रव पदार्थ आदि के प्रयोग कर लागल अछि। मुदा किएकी एकर सबहक दिमाग एकरंग नै चलई छैक तै एकरा सभ  मे बहुते एहन छै जे एकर सबहक कमांड सेंटर के निर्देश नै मानई छै, ताहि कारणे अपना सभ के किछु शिकार भेटइते रहत आ ई बहुत हेतई लाखों-लाख शरीर तक पहुंचबा के लेल। हमहु सभ कमांड सेंटर मे अपना मे किछु आर बदलाव करय  के प्रयत्न क रहल छी जैसे मानव जाति के दबोच मे आर आसानी होय।"

"हमरा अहाँ सब पर गर्व अछि। अहाँ सब जे करई छी से एकै रंग करई छी: नाक-गला-फेफड़ा के रिसेप्टर तक पहुंचनाई, चुपचाप अपन संख्या बढ़ेनाई, आ फेर कोशिका के डीएनए तक पहुँच के अपन रूप बदलनाई, आ एहि बीच नाक-गला के अपन योद्धा सब आन शरीर मे घूसs लेल तैयार रहईत अछि।"

"एबरि अपना सब जितबे करबई"

"एबरि अपना सब जितबे करबई" - समुच्चा विश्व के संक्रमित फेफड़ा से इको भेलई।

एहि बीच एशिया महादेश के दक्षिणवरिया कोन मे कतौ चारि टा बॉडी लाठी ल क 4-5 टा अन्य बॉडी के डेंगा रहल छल घर से बाहर निकल लेल। एकटा अन्य बॉडी मोबाइल कैमरा से ऐ डेंगाई के वीडियो बना रहल छ्ल टिक-टॉक विडियों लेल।  एकटा बॉडी कतौ भाषण द रहल छल जे कोरोना मेडिकल माफिया आ सरकार के साजिश छियइ। एकटा बॉडी कतौ टीवी पर कर जोड़ि के कहि रहल छल "कृपा क के घर से नै निकलु। सावधानी आ भौतिक दूरी बना के रहु, यदि बच चाहै छी त "