Friday 14 September 2012

एनबीई का इतिहास


मेडिकल की परीक्षा को लेकर देश में जब उद्गार आया था
वो ऐतिहासिक मंजर लेकर सन् पछत्तर साल आया था ।
बनाई थी समीति जब श्रीमती इंदिरा गांधी ने
नेम्स की कोख से एन.बी.ई का नया अवतार आया था ।

बनी थी एन बी ई जब स्वतंत्र स्वायत्त संस्थान
तुम्हे यह ज्ञात हो यह वर्ष सन् बयासी था ।

चिकित्सा विज्ञान की परीक्षाओं में कुछ समरूपता आये
यही बस ध्येय लेकर एन.बी.ई ने अपने कदम बढाए ।

अभी तो बोर्ड ६१ चिकित्सकिय विषयों की परीक्षा करवाता है,
इसकी अहर्ता दुनियां में डी.एन.बी कहलाता है ।

अभी तो बोर्ड द्वारा प्रत्यायित संस्थान छ: सौ से ज्यादा है,
बढे कुछ नाम इसमे और हमारा यह इरादा है ।

नया इतिहास लेकर वर्ष २००२ आया
एफ़.एम.जी परीक्षा का जिम्मा बोर्ड के हाथ ही आया ।

यहाँ भी हमने बनाया सफ़लता के नये कीर्तिमान
परीक्षा संस्थाओं में इससे बढा कुछ और अपना मान ।

बर्ष २००६ लेकर आया हमारी दुरदर्शिता के नये सौपान
शुरू की टेलीकॉन्फ़्रेंसिंग हमने किये कुछ और नये काम ।

२००८ में हमने किया इक और नई शुरूआत
सुपरस्पेशल्टी में प्रवेश केिये हुआ प्रवेश-परीक्षा का आगाज ।

कहो तो मैं सुनाउँ तुम्हे कुछ और नई बात
बर्ष २०१० में हमने की क्षेत्रीय कार्यालयों की शुरूआत ।

ाखने हैं कुछ नये इतिहास २०१२-१३ में
नीट-पीजी का अनुभव करेंगे आनेवाले वर्षों में ।

सुनाई हमने तुमको आज ये सारी बातें खास
यही है उज्जवल एन.बी.ई के स्वर्णीम विकास का इतिहास ॥