सपनों का भारत कैसा हो
बिलकुल मेरे जैसा हो
स्वच्छ, सुंदर और खुशहाल
मिले जहां पर सबको प्यार ।
कलकल नदियां सुंदर वन
सुंदर धरती और गगन
अच्छे स्कूल, अच्छे घर
मिलेगी खुशियाँ दुनिया भर ।
ज्ञान विज्ञान की बात जहां हो
शोध और खोज दिन रात जहां हो
नहीं किसी को कोई भय हो
सत्या, न्याय की सदा ही जय हो
दुनिया मे मिले सम्मान
मेरा भारत देश महान ।
- 27.07.2023 (आत्मजा हरिप्रिया के लिए लिखा गया)