Thursday 26 May 2022

#खिस्सा #कनियाँ_केर_विवाह

 

गोटैक दिन हम किछु बेसीए ड्रामैटिक सपना देख लैत छी। एहि क्रम में कहियो देखने रही जे भोला बाबा आ गौरा हमरा अपन कोरा में खेला रहल छैथ। ई त भेल बड्ड पुरान गप्प।एहने सन ड्रामैटिक सपना कैल्ह राति में देखने रही। सभटा खिस्सा त नींद टुटला के बाद मोन रहैत नै छैक तथापि स्मृतिशेष कहैत छि:
एक दिन किछ बात पर कनियाँ सँ झगड़ा भ गेल आ ओ ककरो आन सँ विवाह क लै के धमकी द देने छलीह। हम बात के हल्लुक में नेने रही मुदा कनियाँ आ ससुर महराज मिल क विवाह ठीक क लेलखिन। आब हम अफ़रिया काटै लागलहुँ। हम कनियाँ के कहल जे अहाँ साँचे दोसरा स बियाह करबै। ओ सीरियस छलीह। तखन हम कहल जे एना जुनि करू,बात के मटियाउ,देखु जे दोस(बेटी) अहाँ बिनु कोना के रहती। ऐ पर ओ बाजलि जे अहाँक दोस सेहो हमरे संगे रहती। 
 
आब हम वास्तव में बहुत परेशान भ गेलहुँ। घर मे कियौ हमरा स नै टोकि रहल छल। एन दिन पर बरियाती आयल। हम दूरे पर डिरिया रहल छलहुँ। बर क आगमन पर माँ के नजैर हमरा स मिलल मुदा बिना किछु बाजने ओ परिछन में लागि गेलीह। आब त हमर मोन काटल छागर के धड़ सन छटपट-छटपट करै लागल छल। मुदा कियौ हमरा टेरै बला नै छल। ओमहर विवाह क विधि सब एक एक क के होमय लागल छल। ऐहि बीच हम छोटका साढ़ सँ टकराएल। हम हुनका पूछल "की यौ,अहाँ ककरा पार्टी में छियै हमरा पार्टी म की हिनका सब के पार्टी म। ओ बाजल "अहाँक". ई बात हमर मरणासन आश के लेल वेंटिलेटर के काज केलक।
 
आब हम सोचै लागलहुँ जे ई विवाह के कोना भंगटायल जाए। किछु समय सोच विचार के बाद हम वेदी लग पहुंच वर पक्ष के संबोधित करैत बजलहुँ जे अहाँ सब मे कियौ पढ़ल लिखल लोक छी की नै?
ऐ पर वर पक्ष से एकटा महिला तमैक क बाजलि, अहाँक बात सुनै जोगर हमहुँ पढ़ल छी।
 
बस हम हुनका दिस ताकि, भीड़ के संबोधित करैत बजलहुँ जे हिनका स हमर तलाक नै भेल अछि।ई जे विवाह भ रहल अछि से हिन्दू कोड बिल के अनुसार इलीगल थीक। अहाँ सब के हम जहल के चक्की पिसबा देब।
ऐ बात से भीड़ में घौल भ गेल। भीड़ नहु नहु तीतर बितर होमय लागल।
 
आब नबका बर कोहबर दिस पड़ेला हमर कनियाँ लग। पाछाँ हमहुँ पडेलहु। हम बाजल बच्चा तोरा त पाँच साल लेल जहल में बंद करेबह हम। ओ बाजल पाँच नै, एक साल लेल। एक साल हम काटि लेब। हमरा मोने मोन हँसियो आबि गेल। मुदा ओय पर कंट्रोल करैत हम ओकरा धक्का दैत घरक केबाड़ के किल्ली बंद करैत बाजल, जे हम एखन हिनकर लीगल वर छी आ हमरा जे मोन से हिनका संगे एकसरे में किल्ली बन्द क के क सकैत छी। ऐ के बाद हम कानियाँ के हाथ-पैर जोड़ि नेहौरा करय लागलहुँ बियाह केंसल करै के लेल। हम कहै लागल जे देखु केहन वर अछि जेकर एकटा हाथो छोट छैक। ऐ पर ओ बाजलि जे लुल्ह थीक की?आ हँसै लागलि। हँसली त फँसलि के तर्ज पर हम ए नतीजा पर पहुँचल जे आब ई मानि गेलीह।
 
बस फेर किछ काल मे बाहरक हो हल्ला के बीच हम दुनू टेम्पू पकरि के कतहु एकसरे बौखै लेल निकली गेलहुँ। एमहर बर-बराती बेरंग घुरि गेल छल।
 
बहुत काल बाद भोरुकबा पहर हमर मोबाइल घनघनायल। मामी के फोन छल। पुछलि कतय छी अहाँ सब। हम बाजल एहिना कतौ बौख रहल छी। तै पर ओ बाजलि, टीवी फोलि क न्यूज देखू। हम मोबाइल में टीवी फोलि न्यूज लगेलहुँ त "अपने ही पत्नी को ले भागा पति। नया दूल्हा, बाराती संग बेरंग लौटा" एहन खतरनाक हेडलाइन के संग न्यूज चैनल खबर के भौकाल टाइट केने छल। खबर देख हमरा दुनू के खूब हँसी लागल। 
 
आब भोर भ गेल छल। कनियाँ बाजलि,"आब घर चलु।अहाँके ऑफ़िस सेहो जेबा के अछि।"
हम कहल "आई ऑफ़िस स छुट्टी ल नेने छी। ई कहैत हम दुनू हँसैत घर दिस विदा भेलहुँ कि कने काल मे ऑफिस के एकटा दोस्त के फोन आयल भेंट कर लेल। बड्ड आवश्यक। कनियाँ के बुजहा,हुनका घर पहुँचा ऑफिस पहुँचलौं। ओतय आवश्यक काज निबटा क सभटा खिस्सा दोस्त के कहल। ओ हमरा एकटा पान दोकान ल जा क दू टा मीठा पान गिफ्ट केलक जै पर गुलकंद सँ हमर आ कनियाँ के नाम के पहिल अक्षर बनायल छल।
ओ पान ल हम घर पहुँचल। घर पर माँ हमरा देखैते, गरा लगबैत बाजल जे "हम हरदम तोरा मुँहचोर बुझै छलहुँ, मुदा आई तों हमर मोन जीत लेलह।"
 
ऐ के बाद हम कनियाँ लग जाय लगलहुँ, मुदा ता में नींद खुलि गेल। तै के बाद कनियाँ के हथोरिया मारि के देखल त ओ बेटी संगे कुम्हकर्णी नींद म सुतल छलीह।
इति वार्ता:
सुभ रात्रि।
 
- 28 दिसंबर 2018

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